मोदी होंगे सत्ता से बाहर, इंडिया गठबंधन को 326 सीटें मिलना तय, नीलसन-भास्कर के सर्वेक्षण से हुआ खुलासा
नीलसन-दैनिक भास्कर के मेगा सर्वेक्षण देश के लोकतंत्र के लिए अच्छी खबर ले कर आया है. इस सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि बीजेपी शासित राज्यों में भी मोदी मैजिक उतर चुका है. वहीं इंडिया गठबंधन बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन चुका हैै.
15 फरवरी,2024 से 28 मार्च,2024 के बीच कराए गए इस सर्वेेक्षण में हर राज्य में 25 हजार लोगों से उनकी राय जानी गई. इस सर्वेक्षण की खास बात ये है कि इसमें किसान, दिहाड़ी मजदूर, सरकारी कर्मचारियों और युवाओं से बातचीत की गई.
नीलसन-दैनिक भास्कर सर्वेक्षण के मुताबिक इंडिया गठबंधन तमिलनाडु,केरल,कर्नाटक,तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मेजॉरिटी सीट्स लेने जा रहा है. दक्षिणी राज्यों के 134 सीटों में इंडिया गठबंधन को 128 सीटें हासिल होने की उम्मीद जताई गई है.
वहीं पूर्वोत्तर और उत्तर भारत के दस राज्यों में भी इंडिया गठबंधन को बीजेपी के मुकाबले ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. दिल्ली,पंजाब,हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार औऱ उत्तर प्रदेश में भी इंडिया के पक्ष में लहर का अनुमान लगााया गया है. सर्वेक्षण में महसूस किया गया है कि यूपी, एमपी और गुजरात में मोदी सरकार और बीजेपी को लेकर गहरा असंतोष है. हालांकि यूपी की 80 सीटों में से इंडिया गठबंधन को 22 सीटें और एनडीए को 58 सीटें मिलने की बात कही गई है.
सर्वेक्षण में बिहार की 40 सीटों में से इंडिया गठबंधन 40 लोकसभा सीटों में से इंडिया को 34 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं. वहीं, दिल्ली की सातों सीटों पर इंडिया को जीत मिलना तय माना जा रहा है.
सर्वेक्षण के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 42 सीटों में से 35 सीटें तृणमूल कांग्रेस को मिलना लगभग तय है.
वहीं, महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 39 सीटें सुरक्षित करने का अनुमान लगाया गया है. जबकि महाराष्ट्र में एनडीए को सिर्फ 9 सीटे मिलने की संभावना जताई गई है.
नीलसन-दैनिक भास्कर के संयुक्त सर्वेक्षण में 543 लोकसभा सीटों का फील्ड डेटा तैयार किया गया हैै, जिससे सबसे अहम बात ये निकल कर आई है कि इंडिया गठबंधन को 326 सीटें औऱ बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 194 सीटें मिलने जा रही है जबकि अन्य को 23 सीटें हासिल होंगी
जाहिर है कि इस बार मतदाता भावनाओं के बजाय मुद्दों पर मतदान करने का मन बना चुकी है. इसी कारण इंडिया गठबंधन पर मतदाताओं का भरोसा बढ़ा है ,वहीं, बेरोजगारी,महंगाई और भ्रष्टाचार की वजह से मोदी सरकार और बीजेपी से जनता का भरोसा टूट चुका है.
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